आया आया आया रे,
सावन का ये त्योहार आया रे।
उमंग, स्फूर्ति और उत्साह लाया,
उज्जवल कर गया सबकी काया।
सब तरफ हरियाली है छाई,
सब के मन को खूब है भाई।
बागों, गलियारों में हैं झूले पड़े,
उत्साहित करते मन को बड़े।
बूढ़े, बडे़ और बच्चे सब झूले,
मन ही मन खूब है फूले।
आया आया आया रे,
सावन का ये त्योहार आया रे।